शुक्रवार, 30 अगस्त 2024

hath me kalawa bandhne ke fayde

 hath me kalawa bandhne ke fayde - हाथ में कलावा बांधने के फायदे



नमस्कार दोस्तो स्वागत है आप सभी का आज की मेरी इस पोस्ट में। आज इस पोस्ट में मैं आप लोगों को hath me kalawa bandhne ke fayde के बारे में बताऊंगा बस आप लोग मेरी इस पोस्ट में अंत तक बने रहिए।


hath me kalawa bandhne ke fayde





हाथ में कलावा बांधना हिंदू धर्म के रीति-रिवाजों में से एक है। किसी भी धार्मिक अनुष्ठान में देवी-देवताओं की पूजा करने के बाद या फिर कोई कथा करने पर ज्यादातर पंडित या पुजारी लोगों के हाथ में कलावा बांधते हैं क्योंकि ऐसा कहा गया है कि बिना कलावे के पूजा अधूरी मानी जाती है।  ऐसा क्यों होता है तो चलिए जानते हैं कि हिंदू धर्म में कलावे का क्या महत्व है -

कलावे का क्या महत्व है 


हिन्दू धर्म में ऐसा माना जाता है कि कलावा बांधने से हमको ब्रह्मा और विष्णु की रक्षा की प्राप्त होती है। इसलिए कलावा को हम लोग रक्षा सूत्र भी कहते हैं। धार्मिक शास्त्रों की यदि हम बात करें तो कलावा बांधने से हमें ब्रह्मा, विष्णु और महेश के आशीर्वाद की प्राप्ति होती है।


हाथ में कलावा बांधने के फायदे


  • हाथ में कलावा बांधने से नकारात्मक ऊर्जा (नेगेटिव एनर्जी) दूर होती है और इंसान के अंदर सकारात्मक ऊर्जा (पॉजिटिव एनर्जी) उत्पन्न होती है। 
  • ऐसा माना जाता है कि कलावे के अंदर देवी-देवता अप्रत्यक्ष रूप से उपलब्ध होते हैं। इसीलिए अगर कोई इंसान आर्थिक समस्या का सामना कर रहा है तो ऐसी स्थिति में यदि वो कलावा बांध ले तो उसे इस चीज का काफी लाभ मिलता है। 
  • पीले रंग के कलावे को बांधने से बृहस्पति काफी मजबूत होता है। 
  • कलावा बांधने से आप लोगों की नेत्र द्रष्टि यानी की नजर का दोष भी दूर होता है।


स्वास्थ्य पर इसका असर


कलावा बांधने का सिर्फ धार्मिक महत्व ही नहीं है बल्कि कलावा बांधने से इंसान का स्वास्थ्य भी चुस्त दुरुस्त रहता है। इसे बाँधने से हार्ट संबंधी परेशानी, ब्लड शुगर लेवल, ब्लड प्रेशर, डायबिटीज इत्यादि रोगों में उचित फायदा मिलता है। यह नसों से संबंधित क्रियाओं के लिए कंट्रोल रखता है।

कलावा बांधने के नियम


शास्त्रों में बताए गए नियमों के हिसाब से, आप लोगों के कलावा कलाई पर केवल तीन बार लपेटा जाता है। तीन बार इसलिए लपेटा जाता है क्योंकि ऐसा करने पर त्रिदेव यानी की ब्रह्मा, विष्णु और महेश इन तीनों का आशीर्वाद मिलता है। शादीशुदा औरतों को कलावा अपने बाएं हाथ (उलटे हाथ) में बंधवाना चाहिए। वहीं, अविवाहित कन्याओं एवं अविवाहित/ विवाहित पुरुषों को कलावा अपने दाएं हाथ (सीधे हाथ) में बंधवाना चाहिए। ये स्त्रियों और पुरुषों के कलावे को बाँधने का अलग अलग नियम है। 



अंतिम शब्द



दोस्तो मुझे उम्मीद है कि आप लोगों को यह आर्टिकल जरूर पसंद आया होगा और आप लोगों के मन में hath me kalawa bandhne ke fayde से सम्बंधित जितने सवाल होंगे, उनके जवाब आप लोगों को मिल गए होंगे। अगर इसके वाबजूद भी आप लोगों के दिमाग में कोई सवाल या सुझाव है तो आप मुझे नीचे कमेंट बॉक्स में कमेंट जरूर करें। ऐसे ही और चीजें सीखने अथवा जानने के लिए आप लोग मेरी वेबसाइट HindiSehyog पर बने रहें। धन्यवाद

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